The Principle of Transmutation (रूपांतर) – The Principle of Accumulation ( संचय ) of Actions – Contradictory or unifying actions accumulate within you. If you repeat your acts of internal unity, nothing can detain you. “आपके भीतर विरोधाभासी या एकीकृत (एकता) स्थापित करने वाली क्रियाएं इकट्ठा होती हैं। यदि आप अपनी आंतरिक एकता के कार्यों […]
ABOUT US
कालिंदी महेता की योग यात्रा के प्रारंभ में – “मन की बातें”…
जीवन में किसी के लिए प्रेम है तो किसी के लिए द्वेष , किसी के लिए विश्वास है तो किसी से भय ,कभी कृतज्ञता का भाव है तो कभी क्रोध और व्याकुलता…कुछ संबंधों के लिए प्रतिबद्धता है तो कुछ रिश्तों में टकराव और घर्षण है…इन सकारात्मक और नकारात्मक भावों का , तनावों का और व्याकुलता का अनुभव आखिर उद्भव कहाँ होता है ? उत्तर है – व्यक्ति के अपने मन में…हमारे मन की रोचक कार्यशैली को तत्वमीमांसा के आधार पर प्रस्तुत किया है।
LATEST BLOG
- All
- ek mann ki baat ...एक मन की बात
- Uncategorized
The Principle of Detachment -It doesn’t matter which group you are in. What matters is that you understand you didn’t choose any group.यह मायने नहीं रखता कि आप किस समूह में हैं।जो मायने रखता है वह यह है कि आपने कोई समूह नहीं चुना है,यह समझना महत्वपूर्ण है। आप कौन हैं, आपका जन्म ,नाम , […]
The Principle of The Union – The Principle of Solidarity – When you treat others as you want them to treat you, you liberate yourself. अर्थात दूसरों के साथ वैसे ही व्यवहार करें जैसा व्यवहार आप चाहते हैं कि आपके साथ किया जाए । इस सिद्धांत के अनुसार, हमें दूसरों के साथ वैसा ही व्यवहार […]