Task Before 9th Valid Action Principle

The Principle of Liberty / The Principle of the Responsibility

“When you harm others you remain enchained, but if you do not harm anyone you can freely do whatever you want.”

“जब आप दूसरों को “हानि पहुंचाते” हैं, तो आप स्वयं जंजीरों में बंधे रहेते हैं, लेकिन जब आप किसी को हानि नहीं पहुंचाते, तो आप जो चाहें स्वतंत्र रूप से कर सकते हैं।”

सिद्धांत ९ को समजने से पूर्व यहाँ प्रस्तुत टास्क को पूरा करना आवश्यक है –

स्मरण कीजिये क्या कभी जीवन में आपको ऐसा लगा है कि आपका कोई कार्य होते होते रुक गया है ? या फिर कोई ऐसा कार्य जो कठिन प्रतीत हो रहा था वह कार्य एकदम सरलता से हो गया ?

क्या कभी ऐसा लगा है कि किसी व्यक्ति से हमारा कोई लेना देना नही होता फिर भी उस पर हम नाराज़ हो जाते है या कोई हमसे बुरा व्यवहार करता है जब की हमारा उसका कोई खास परिचय भी नहीं होता ?

क्या ऐसा अनुभव हुआ है कि कभी कभी चारों ओर से नकारात्मक बातें और नकारात्मक लोग मिलते है ?

क्या कभी अनजान व्यक्ति से मिलते है तब ऐसा सहज लगता है कि इस पर भरोसा किया जा सकता है ?

अब लिखने का कार्य अभ्यास –

अपनी पेपर या नोटबुक पर निम्न लिखे प्रश्नों का उत्तर लिखना शुरू करे  –

अपने पिता, माता, भाई-बहन, जीवनसाथी, बच्चे, परिवार, दोस्त, सहकर्मी, और उन सभी लोगों के नाम लिखें जिनसे आप अक्सर मिलते हैं।

प्रत्येक व्यक्ति का नाम एक पृष्ठ पर लिखें और फिर स्वयं से यह प्रश्न पूछें:

एक एक व्यक्ति के बारे में शांति से सोचे और सच्चे उत्तर ही खोजिये –

क्या मेरे द्वारा ( परोक्ष या प्रत्यक्ष रूप से )यह व्यक्ति किसी भी प्रकार से परेशान हो रहा है ?

क्या यह हो सकता है कि जानबूझकर या अनजाने में मेरे द्वारा इस व्यक्ति को कोई नुकसान पहुँच रहा है ?

क्या मेरे इस व्यक्ति के बारे में अच्छे विचार हैं?

क्या उनके प्रति मेरा रवैया सही है?

इन प्रश्नों का विश्लेषण करते समय, बहुत निष्पक्ष और ईमानदार रहें।

ईश्वर आपके साथ है जब आप भीतर खोज कार्य करते है …कल्याण हो

Kalindi Mehta

कालिंदी महेता की योग यात्रा के प्रारंभ में – “मन की बातें

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