कालिंदी महेता की योग यात्रा के प्रारंभ में – “मन की बातें”…
जीवन में किसी के लिए प्रेम है तो किसी के लिए द्वेष , किसी के लिए विश्वास है तो किसी से भय ,कभी कृतज्ञता का भाव है तो कभी क्रोध और व्याकुलता…कुछ संबंधों के लिए प्रतिबद्धता है तो कुछ रिश्तों में टकराव और घर्षण है…इन सकारात्मक और नकारात्मक भावों का , तनावों का और व्याकुलता का अनुभव आखिर उद्भव कहाँ होता है ? उत्तर है – व्यक्ति के अपने मन में…हमारे मन की रोचक कार्यशैली को तत्वमीमांसा के आधार पर प्रस्तुत किया है।
दैनिक जीवन की समस्याओं के साथ और जीवन में आते हुए अवरोधों के साथ संघर्ष में न उतरते हुए ; हम कैसे सहजता से ऐसी स्थितियों से उबर सकते है उसके कुछ अभ्यास भी प्रस्तुत किये है ।
यात्रा तो हम सब करते है किन्तु योग की यात्रा एक अद्भुत यात्रा है …आप सभी मेरे साथ इस योग यात्रा में सहयात्री बने मेरे लिए सौभाग्य की बात है…मैं ईश्वर के प्रति कृतज्ञ हूँ कि मेरी इस योग यात्रा में आप जैसे सुंदर और दिव्य व्यक्तिव वाले सहयात्री मिले…धन्यवाद
“सबका मंगल हो…सबका कल्याण हो”
ध्यान जीवन में कैसे कार्य करता है?
ध्यान हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह हमें अपने मन के साथ संयम , शरीर के साथ विश्राम , और आत्मा के साथ अनंतता विकसित करने में सहयक है। योगयात्रा से जुड़कर , हम कभी भी अकेलापन अनुभव नहीं करते । हम योग परिवार में समाहित हो जाते हैं, जहां हम विभिन्न ध्यान तकनीकों, मार्गदर्शन, उत्सव, और वर्कशॉप के माध्यम से बहुत कुछ सीखने का अवसर मिलता हैं।
ध्यान के माध्यम से, हम मन के ऊपर निरंतर कार्य करते हैं और इसे संयमित करने का कौशल सीखते हैं। यह हमें स्थिरता, शांति, और आनंद की अनुभूति में मदद करता है। हम ध्यान के माध्यम से यह सिखाते है कि कैसे अपने मन को शांत करें, अपने भावनाओं को संतुलित करें, और अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में ले जाएं।
योग यात्रा का उद्देश्य
योगयात्रा: एक परिचय
योगयात्रा एक ऐसी अध्यात्मिक पथ की यात्रा है जो २०१२ में शुरू की गई थी , एक उद्देश्यों संकल्प लेकर। इसका उद्देश्य सेवा भाव से ध्यान और अध्यात्म को प्रसारित करना रहा है । संस्था का नाम “योगयात्रा” उस समर्पण और साधना को दर्शाता है जो व्यक्ति को अपने आंतरिक शक्तियों को जागृत करने और उन्हें संचित करना सिखाता है।
योगयात्रा का आरम्भ एक व्यक्ति की व्यक्तिगत साधना से हुआ। २०१२ में,ध्यान सत्र की शुरुआत हुई, इस यात्रा में, मैंने अनुभव किया कि ध्यान और अध्यात्म का महत्व अनंत है, और इससे प्राप्त समाधान और आनंद की सीमा को शब्दों में वर्णन नहीं किया जा सकता।
इस अनुभव से प्रेरित होकर, मैंने योगयात्रा की स्थापना की, एक स्थान जहाँ लोग अपनी आंतरिक शक्तियों को जागृत कर सकें और वे भी अपने जीवन में सफलता – समृद्धि – स्वास्थ्य और शांति का अनुभव कर सकें। योगयात्रा का उद्देश्य व्यक्ति की आत्मा की शांति और आंतरिक विकास
योगयात्रा एक ऐसी संस्कृति का प्रतिनिधित्व करती है जो ध्यान, योग, और अध्यात्म के मूलभूत तत्वों को सम्मान देती है। हम इस विश्व में सुख और शांति की प्राप्ति के लिए ध्यान की महत्वता को जागरूक करने का प्रयास करते हैं। योगयात्रा में, हम ध्यान और अध्यात्म को प्रसारित करते हैं, हर व्यक्ति को उनकी आंतरिक यात्रा में सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करते हुए।
योगयात्रा की स्थापना का उद्देश्य व्यक्ति को उनकी आंतरिक शक्तियों और संभावनाओं के प्रति सजग करना है, जिससे वे अपने जीवन को अधिक सुक्ष्म और उच्च स्थिति तक ले जा सकें। हम इस विश्व को एक स्थान बनाने का लक्ष्य रखते हैं जहाँ हर व्यक्ति अपनी आंतरिक शक्तियों का अनुभव कर सके, और समग्र विकास के लिए सहायोग कर सके। स्वयं के मन की शक्ति का उच्चतम प्रयोग और उपयोग करके जीवन को अधिक सुंदर बना सकें
योगयात्रा ने अनेकों को जोड़कर एक समुदाय का निर्माण किया है, जो आंतरिक शांति और प्रगतिशील जीवन की दिशा में कार्यरत है। हमारा संकल्प है कि आगे बढ़कर और अधिक लोगों तक ध्यान और अध्यात्म का संदेश पहुंचाएं, ताकि वे भी अपनी आंतरिक स्रोत को प्रकट कर सकें और एक आनंदमय जीवन का अनुभव कर सकें।
योगयात्रा, जिसमें हर कदम एक नए उद्देश्य की ओर ले जाता है। हमारा आज का संकल्प है कि और अधिक लोगों को मिलकर एक बेहतर भविष्य की दिशा में आगे बढ़ते रहें।
मंगल मैत्री की शुभ भावना के साथ चलिए इस यात्रा में सहभागी बने